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"मित्रसंग्रहेण बलं सम्पद्यते"

धार्मिक अनुष्ठान

राष्ट्र एवं समाजसेवा के लिए समर्पित संगठन से जुड़ने के लिए संपर्क करे। 8931049800,9918193607

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महामृतुंजय जाप [ साप्ताहिक ]

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥

अर्थात्- हम त्रिनेत्र को पूजते हैं, जो सुगंधित हैं और हमारा पोषण करते हैं। जैसे फल शाखा के बंधन से मुक्त हो जाता है वैसे ही हम भी मृत्यु और नश्वरता से मुक्त हो जाएं।

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रुद्राभिषेक [ एकदिवसीय ]

रुद्र अर्थात भूतभावन शिव का अभिषेक। शिव और रुद्र परस्पर एक-दूसरे के पर्यायवाची हैं। शिव को ही 'रुद्र' कहा जाता है, क्योंकि रुतम्-दु:खम्, द्रावयति-नाशयतीतिरुद्र: यानी भोले सभी दु:खों को नष्ट कर देते हैं।

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चंडी यज्ञ [ साप्ताहिक ]

मां दुर्गा को शक्ति की देवी कहा जाता है। दुर्गा जी को प्रसन्न करने के लिए जिस यज्ञ विधि को पूर्ण किया जाता है, उसे शतचंडी यज्ञ बोला जाता है। नवचंडी यज्ञ को सनातन धर्म में बेहद शक्तिशाली वर्णित किया गया है। इस यज्ञ से बिगड़े हुए ग्रहों की स्थिति को सही किया जा सकता है और सौभाग्य इस विधि के बाद आपका साथ देने लगता है।

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अयोध्या श्री राम जी की आरती [ व्यक्तिगत ]

कौसल्यादि सकल महतारी । दशरथ आदि भगत प्रभु झारी ।।
सुर नर मुनि प्रभु गुन गन गाई । आरति करत बहुत सुख पाई ।।

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अयोध्या श्री हनुमान जी की आरती [ व्यक्तिगत ]

।। हनुमत से बड़ा है हनुमत का नाम कलयुग के तारणहार है श्री हनुमान।।
महाबली हनुमान जी की आरती करने से मन के सारे भय खत्म जाते है और मन हमेशा खुश रहता है। हनुमान आरती को सच्चें मन से करने से हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस पवित्र आरती को प्रतिदिन करने वाले भक्त हमेशा हनुमान जी की छत्र-छाया में रहते है।श्री हनुमान जी की आरती का जाप करने से जीवन में आने वाली सारी कठिनाइयां दूर हो जाती है।

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श्री बांके बिहारी जी की आरती [ व्यक्तिगत ]

श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं,
हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं ।
आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं,
श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं ।

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पितृ शांति अनुष्ठान [ व्यक्तिगत ]

ॐ देवताभ्यः पितृभ्यश्च महायोगिभ्य एव च। नमः स्वधायै स्वाहायै नित्यमेव नमो नमः ।।
पितृपक्ष में पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पूरे विधि-विधान से अनुष्ठान किए जाते हैं. पितृपक्ष में किए गए तर्पण से पूर्वजों का आशीर्वाद मिलता है और घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है.

संस्था द्वारा किये गए कार्य ::प्रत्येक वर्ष मोतियाबिंद के लिए नेत्र शिविर लगाकर नेत्र परीक्षण एवं ऑपरेशन कराना || पर्यावरण संरक्षण || व्यसन मुक्त समाज निर्माण || धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन ||

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